Bade Ghar KI Beti
Afbeeldingen
Sla de afbeeldingen overArtikel vergelijken
Uitgever: Createspace Independent Publishing Platform
Auteur:
Premchand
- Hindi
- Paperback
- 9781523437795
- 17 januari 2016
- 126 pagina's
Samenvatting
बेनीमाधव सिंह गौरीपुर गाँव के ज़मींदार और नम्बरदार थे। उनके पितामह किसी समय बड़े धन-धान्य सम्पन्न थे। गाँव का पक्का तालाब और मंदिर, जिनकी अब मरम्मत भी मुश्किल थी, उन्हीं के कीर्ति-स्तम्भ थे। कहते हैं, इस दरवाज़े पर हाथी झूमता था, अब उसकी जगह एक बूढ़ी भैंस थी, जिसके शरीर में अस्थि-पंजर के सिवा और कुछ न रहा था, पर दूध शायद बहुत देती थी, क्योंकि एक न एक आदमी हाँड़ी लिये उसके सिर पर सवार ही रहता था। बेनीमाधव सिंह अपनी आधी से अधिक सम्पत्ति वकीलों को भेंट कर चुके थे। उनकी वर्तमान आय एक हज़ार रुपये वार्षिक से अधिक न थी। ठाकुर साहब के दो बेटे थे। बड़े का नाम श्रीकण्ठ सिंह था। उसने बहुत दिनों के परिश्रम और उद्योग के बाद बी.ए. की डिग्री प्राप्त की थी। अब एक दफ़्तर में नौकर था। छोटा लड़का लालबिहारी सिंह दोहरे बदन का, सजीला जवान था। भरा हुआ मुखड़ा, चौड़ी छाती। भैंस का दो सेर ताज़ा दूध वह उठ कर सवेरे पी जाता था। श्रीकण्ठ सिंह की दशा बिल्कुल विपरीत थी। इन नेत्रप्रिय गुणों को उन्होंने "बी.ए.'इन्हीं दो अक्षरों पर न्योछावर कर दिया था। इन दो अक्षरों ने उनके शरीर को निर्बल और चेहरे को कान्तिहीन बना दिया था। इसी से वैद्यक ग्रंथों पर उनका विशेष प्रेम था। आयुर्वेदिक औषधियों पर उनका अधिक विश्वास था! शाम-सवेरे उनके कमरे से प्राय: खरल की सुरीली कर्णमधुर ध्वनि सुनाई दिया करती थी। लाहौर और कलकत्ते के वैद्यों से बड़ी लिखा-पढ़ी रहती थी।
प्रेमचंद की मशहूर कहानियाँ (Search the book by ISBN)
ईदगाह (ISBN: 9788180320606)
पूस की रात (ISBN: 9788180320613)
पंच-परमेश्वर (ISBN: 9788180320620)
बड़े घर की बेटी (ISBN: 9788180320637)
नमक का दारोगा (ISBN: 9788180320651)
कजाकी (ISBN: 9788180320644)
गरीब की हाय (ISBN: 9788180320668)
शतरंज के खिलाड़ी (ISBN: 9788180320675)
सुजान भगत (ISBN: 9788180320729)
रामलीला (ISBN: 9788180320682)
धोखा (ISBN: 9788180320699)
जुगनू की चमक (ISBN: 9788180320736)
बेटों वाली विधवा (ISBN: 9788180320743)
दो बैलों की कथा (ISBN: 9788180320750)
बड़े भाई साहब (ISBN: 9788180320705)
घरजमाई (ISBN: 9788180320767)
दारोगाजी (ISBN: 9788180320774)
कफ़न (ISBN: 9788180320781)
बूढ़ी काकी (ISBN: 9788180320798)
दो भाई (ISBN: 9788180320712)
प्रेमचंद की मशहूर कहानियाँ (Search the book by ISBN)
ईदगाह (ISBN: 9788180320606)
पूस की रात (ISBN: 9788180320613)
पंच-परमेश्वर (ISBN: 9788180320620)
बड़े घर की बेटी (ISBN: 9788180320637)
नमक का दारोगा (ISBN: 9788180320651)
कजाकी (ISBN: 9788180320644)
गरीब की हाय (ISBN: 9788180320668)
शतरंज के खिलाड़ी (ISBN: 9788180320675)
सुजान भगत (ISBN: 9788180320729)
रामलीला (ISBN: 9788180320682)
धोखा (ISBN: 9788180320699)
जुगनू की चमक (ISBN: 9788180320736)
बेटों वाली विधवा (ISBN: 9788180320743)
दो बैलों की कथा (ISBN: 9788180320750)
बड़े भाई साहब (ISBN: 9788180320705)
घरजमाई (ISBN: 9788180320767)
दारोगाजी (ISBN: 9788180320774)
कफ़न (ISBN: 9788180320781)
बूढ़ी काकी (ISBN: 9788180320798)
दो भाई (ISBN: 9788180320712)
Productspecificaties
Wij vonden geen specificaties voor jouw zoekopdracht '{SEARCH}'.
Inhoud
- Taal
- hi
- Bindwijze
- Paperback
- Oorspronkelijke releasedatum
- 17 januari 2016
- Aantal pagina's
- 126
- Illustraties
- Nee
Betrokkenen
- Hoofdauteur
- Premchand
- Hoofduitgeverij
- Createspace Independent Publishing Platform
Overige kenmerken
- Extra groot lettertype
- Nee
- Product breedte
- 127 mm
- Product hoogte
- 7 mm
- Product lengte
- 203 mm
- Studieboek
- Nee
- Verpakking breedte
- 127 mm
- Verpakking hoogte
- 7 mm
- Verpakking lengte
- 203 mm
- Verpakkingsgewicht
- 132 g
EAN
- EAN
- 9781523437795
Je vindt dit artikel in
- Boek, ebook of luisterboek?
- Boek
- Studieboek of algemeen
- Algemene boeken
Kies gewenste uitvoering
Kies je bindwijze
(2)
Prijsinformatie en bestellen
Rapporteer dit artikel
Je wilt melding doen van illegale inhoud over dit artikel:
- Ik wil melding doen als klant
- Ik wil melding doen als autoriteit of trusted flagger
- Ik wil melding doen als partner
- Ik wil melding doen als merkhouder
Geen klant, autoriteit, trusted flagger, merkhouder of partner? Gebruik dan onderstaande link om melding te doen.